UAPA – Unlawful Activities (Prevention) Act की सरल समझ

अगर आप राजनीति या कानून में रुचि रखते हैं तो आपने UAPA शब्द सुना होगा। यह एक ऐसा कानून है जो देश में उग्रवाद और आतंकवादी गतिविधियों को रोकता है। कई बार इस पर चर्चा जबरदस्त बन जाती है – कुछ लोग इसे सुरक्षा का जरिया मानते हैं, तो कुछ इसे अधिकारों की हनन मानते हैं। इस लेख में हम UAPA के मुख्य पॉइंट्स, हालिया बदलाव और सामान्य सवालों के जवाब देते हैं, ताकि आप बिना किसी उलझन के समझ सकें कि यह कानून असल में क्या करता है।

UAPA के मुख्य प्रावधान

UAPA में कुल पाँच बड़े हिस्से हैं:

  • उग्रवादी या आतंकवादी समूह की परिभाषा: कोई भी संगठन जो हिंसा या दहशत के माध्यम से सरकार को चुनौती देता है, इसे UAPA के तहत लाया जा सकता है।
  • जेल में रहने की अवधि: जांच के दौरान पुलिस को गिरफ्तार किए गए व्यक्ति को 60 दिन तक बिना जमानत के रख सकता है। यह अवधि कुछ मामलों में 180 दिन तक बढ़ भी सकती है, जब कोर्ट की अनुमति ली जाए।
  • जमानत की कठिन शर्तें: जमानत मिलने पर भी व्यक्ति को नियमित रिपोर्ट देना, यात्रा प्रतिबंध आदि का पालन करना पड़ता है।
  • संपत्ति जब्ती: अगर किसी के पास उग्रवादी सामान या फंड है, तो सरकार उसे जब्त कर सकती है, बिना किसी पहले के कोर्ट आदेश के।
  • सरकारी एजेंसियों की शक्ति: पुलिस, NIA और अन्य एजेंसियों को तेज़ी से कार्रवाई करने की अनुमति मिलती है, जिससे वह किसी भी संभावित खतरे को जल्दी दबा सकें।

इन प्रावधानों का मकसद उठे हुए खतरे को जल्दी समाप्त करना है, लेकिन इन्होंने कई बार व्यक्तिगत अधिकारों पर सवाल उठाए हैं।

UAPA के हालिया अपडेट और विवाद

2023 में सरकार ने UAPA में कुछ संशोधन किए। प्रमुख बदलाव था "टीज़र इंटेलिजेंस डाटा" को कोर्ट में पेश करने का तरीका आसान करना, ताकि जांच तेज़ हो सके। साथ ही, कुछ मामलों में जमानत के लिए कोर्ट को 30 दिन का समय देना अनिवार्य किया गया। इन बदलावों को समर्थन करने वाले कहते हैं कि इससे उग्रवादी गतिविधियों को रोकना आसान होगा।

दूसरी ओर, कई मानवाधिकार समूहों ने बताया कि ये संशोधन नागरिकों को बेगुनाह गिरफ्तारियों के जोखिम में डालते हैं। उन्होंने कोर्ट को आदेश दिया कि UAPA के तहत जमानत मिलने की प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाना चाहिए। कुछ हाई कोर्ट ने इस बात पर टिप्पणी की कि सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा और व्यक्तिगत अधिकारों के बीच संतुलन बनाना होगा।

अगर आप या आपका कोई जानने वाला UAPA के तहत गिरफ्तार हो गया है, तो तुरंत एक अनुभवी वकील से संपर्क करें। वकीलों के पास कुछ कानूनी ट्रिक हैं – जैसे कि गिरफ्तारी के समय हाथ में मौजूद सभी दस्तावेज़ों को नोट करना, और पुलिस की पूछताछ के दौरान अपने अधिकारों को याद रखना।

अंत में, UAPA एक जटिल कानून है। इसका सही इस्तेमाल सुरक्षा के लिए जरूरी है, पर साथ ही यह भी ज़रूरी है कि आम नागरिक अपनी अधिकारों से जागरूक रहें। अगर आप इस पर और गहराई से पढ़ना चाहते हैं, तो वैनिटी360 के अन्य लेख देखें या कानूनी सलाहकार से चर्चा करें।

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Sharjeel Imam ने अदालत में कहा कि उनका Umar Khalid से कोई संबंध नहीं और उन्होंने ‘दया’/पार्डन की मांग की है। यह दिल्ली दंगों की ‘बड़ी साजिश’ वाले UAPA केस में नया मोड़ माना जा रहा है। अदालत अगला कदम तय करेगी—क्या उन्हें अप्रूवर बनने का मौका मिलेगा या नहीं। केस का कानूनी और राजनीतिक असर दूर तक जा सकता है।

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