IND vs PAK: दुबई में पाकिस्तान के राष्ट्रगान की जगह 'Jalebi Baby' बजा, प्री-मैच सेरेमनी में बड़ी चूक

IND vs PAK: दुबई में पाकिस्तान के राष्ट्रगान की जगह 'Jalebi Baby' बजा, प्री-मैच सेरेमनी में बड़ी चूक

दुबई में एंथम मिक्स-अप: क्या हुआ

एशिया कप 2025 के ग्रुप ए में IND vs PAK मैच शुरू होने से ठीक पहले दुबई इंटरनेशनल स्टेडियम पर प्री-मैच सेरेमनी बड़ी गलती में फंस गई। पाकिस्तान टीम राष्ट्रगान के लिए लाइन में खड़ी थी, हाथ दिल पर, और स्पीकर पर बजना चाहिए था ‘पाक सरज़मीन शाद बाद’। लेकिन कंसोल से निकला ‘जलेबी बेबी’ का ओपनिंग बीट। करीब छह सेकंड तक ट्रैक बजा और फिर ऑफिशियल्स ने तुरंत फीड रोककर सही राष्ट्रगान चलाया।

वीडियो सोशल मीडिया पर मिनटों में वायरल हो गया। पाकिस्तान के कप्तान सलमान अली आगा और साथी खिलाड़ी साफ तौर पर असहज और नाराज़ दिखे। स्टैंड्स में मौजूद दर्शक भी अचानक हुए इस मिक्स-अप से हैरान रह गए। बाद में कनाडाई-भारतीय आर्टिस्ट टेशर, जिनकी आवाज ‘Jalebi Baby’ में है, ने सोशल मीडिया पर मज़ाकिया अंदाज़ में ‘साउंड गाय’ पर तंज भी किया।

यह चूक क्यों हुई? ऐसे इवेंट्स में ऑडियो टीम के पास क्यू-शीट, ट्रैक-ऑर्डर और बैकअप रहता है। गलत फाइल चुनना, ट्रिगर में देरी या प्लेलिस्ट मिसक्यू—कारण छोटे होते हैं, असर बड़ा पड़ता है। बड़े टूर्नामेंट में राष्ट्रगान प्रोटोकॉल बेहद सख्त होते हैं और इन्हें लोकल ऑर्गेनाइजिंग कमेटी संभालती है। चूक होते ही तुरंत करेक्शन और ऑन-ग्राउंड माफ़ी देने की प्रक्रिया तय रहती है, जैसा यहां हुआ।

माहौल पहले ही तना हुआ था। दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच हैंडशेक तक नहीं हुए, और उसी बीच ये ऑडियो गलती नई बहस लेकर आ गई। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इस पूरे घटनाक्रम और मैच से जुड़े फैसलों पर असहमति जताते हुए आईसीसी को लिखित शिकायत भेजी है। बोर्ड ने मैच रैफरी एंडी पाइक्रॉफ्ट को हटाने की मांग भी उठाई है। मैच रैफरी मैदान के आचार-व्यवहार, ओवर-रेट, कोड ऑफ कंडक्ट जैसे मामलों पर नज़र रखते हैं, इसलिए PCB की आपत्ति सीधे सुपरविजन पर सवाल बनकर सामने आई।

घटना का टाइमलाइन साफ है:

  • टीम लाइन-अप के दौरान ‘जलेबी बेबी’ के शुरुआती सेकंड्स बजे।
  • ऑफिशियल्स ने तुरंत ट्रैक रोका और सही राष्ट्रगान चलाया।
  • वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर मीम्स और सख्त प्रतिक्रियाएं आईं।

ऐसे विवाद खेल की मूल कहानी से ध्यान हटाते हैं, पर दर्शकों के लिए ये पल यादगार बन जाते हैं—भले ही गलत वजहों से।

मैच का हाल और असर

मैच का हाल और असर

प्री-मैच हलचल के बाद असली खेल में भारत ने कमान अपने हाथ में रखी। भारतीय गेंदबाज़ों ने पाकिस्तान को 127 पर रोक दिया। स्पिन और मिड-ओवर की कसी गेंदबाज़ी ने रनों का प्रवाह थाम दिया। कुलदीप यादव ने फिर कमाल किया और प्लेयर ऑफ द मैच बने—टूर्नामेंट में उनका यह लगातार दूसरा अवॉर्ड रहा, जो उनके फॉर्म की सबसे बड़ी गवाही है।

चेज़ में शुरुआत से टोन सेट हो गया। अभिषेक शर्मा ने पहली ही ओवर में शाहीन शाह अफरीदी पर आक्रामक रुख दिखाकर पाकिस्तान की योजनाएं हिला दीं। इसके बाद सूरीकुमार यादव ने टेंपो बनाए रखा और शिवम दुबे के साथ नाबाद साझेदारी करते हुए 15.5 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। सात विकेट की जीत स्कोरलाइन कहती है कि मुकाबला एकतरफा रहा, और यही फैक्ट ग्रुप स्टैंडिंग पर सीधा असर डालता है।

क्यों मायने रखता है? टी20 टूर्नामेंट्स में नेट रन रेट फाइनल-फोर की तस्वीर बदल देता है। 15.5 ओवर में 127 का पीछा करना भारत के NRR को बढ़ाता है और अगले मैचों के लिए बफर बनाता है। पाकिस्तान के लिए मुश्किल यह है कि कम स्कोर और बड़ी हार डबल झटका देती है—पहले बैटिंग में अटकना, फिर डिफेंड न कर पाना।

रणनीति की बात करें तो भारत ने पावरप्ले में नई गेंद से शार्प लेंथ्स रखीं, मिडिल ओवर्स में स्पिन के जरिए दबाव बनाया और फिल्डिंग में भी कसी हुई एथलेटिसिज्म दिखाई। दूसरी तरफ पाकिस्तान की शुरुआती विकेटें गिरने के बाद रिकवरी नहीं हो सकी। डेथ ओवर्स में एक्स्ट्रा रन बचाने की कोशिश हुई, पर लक्ष्य बहुत छोटा था।

भीड़ भरे दुबई स्टेडियम में भारत-पाकिस्तान मुकाबले वैसे ही नसों पर खेलते हैं। राष्ट्रगान वाली चूक ने शोर बढ़ाया, पर अंत में स्कोरबोर्ड ही कहानी लिखता है। भारत ने काम आसान बनाया, पाकिस्तान को सोचने पर मजबूर किया, और टूर्नामेंट की दौड़ में बढ़त हासिल कर ली। आयोजकों के लिए संदेश भी साफ है—ऐसे हाई-प्रोफाइल फिक्स्चर में ऑडियो-वीडियो क्यूज़ की दोहरी-तिहरी जांच अब ‘ऑप्शन’ नहीं, आवश्यकता है।